आपने देखा होगा पूर्व समय में हमारे पूर्वजों में काफी प्रेम हुआ करता था, वह एक दूसरे का सम्मान करते थे | वहीं पत्नी भी अपने पति को ईश्वर का रूप मानते हुए उसकी सेवा करती थी | आज से कुछ सालों पहले हमारे घर में स्त्री अर्थात ग्रहणी को लक्ष्मी का रूप माना जाता है, और हमारे द्वारा उसे लक्ष्मी स्वरूप मानकर वैसा सम्मान भी दिया जाता हैं |
लेकिन आज के आधुनिक दौर में हमारे बीच एक दूसरे के लिए सम्मान कम होता जा रहा है, शादी होने के कुछ समय पश्चात-बाद ही घर में झगड़े होने लगते है और तो और इस वजह से 20% ऐसे घर जो हमेशा के लिए टूट जाते हैं | हमारे बुजुर्गों ने बताया कि पति पत्नी के बीच में मधुर संबंध होना अति आवश्यक है, एक दूसरे के प्रति पूर्ण विश्वास सच्ची भावना और सेवा एक अलग ही महत्व को दर्शाती हैं | क्योंकि आज जो हमारे बच्चे देखते है, वही हमसे सीखते है और यही हमारे संस्कार बच्चों को भविष्य में अच्छे-बुरे का फर्क बताती हैं |
इसलिए आज हम जानते है कि पत्नी द्वारा पति के पैर दबाने का क्या रहस्य है-
शास्त्रों के अनुसार जैसा कि आप सब लोग जानते ही होंगे कि लक्ष्मी जी, श्री विष्णु जी के साथ श्री सागर में शेषनाग की शय्या पर विराजमान रहती है और क्षीर सागर में श्री विष्णु जी के चरण कमलों को स्पर्श करती हुई दिखती हैं | इलसिए यही कारण है कि, महिलाओं का धन की देवी का स्थान प्राप्त है, अतः एक मान्यता के अनुसार जो भी स्त्री अपने पति के पैरों को दबाती हैं | तो उस घर में हमेसा मां लक्ष्मी विराजमान रहती है और उस घर में खुद मां लक्ष्मी सदा के लिए विराजमान हो जाती हैं |
इसके पीछे ग्रहों का भी एक विशेष महत्व बताया गया है, बताया जाता है कि पुरुष के पैर से लेकर पिंडली तक का जो भाग होता है, वह शनिदेव का होता हैं | और वहीं स्त्री की कलाई से उसकी उंगली तक का जो भाग होता है, वह शुक्र देव का होता हैं |ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब भी शनि पर शुक्र का प्रभाव पड़ता है, तो धन की प्राप्ति अवश्य होती हैं | इसलिए जब स्त्री अपने पति के पैरों को दबाती है, तो उस समय धन का एक ऐसा योग बनता है, कि आप मालामाल हो जाते है और आपको कभी धन के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा |